उत्तराखण्ड

मुख्यमंत्री धामी ने कहा- जरूरत पड़ी तो सरकार ऐसी ताकतों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से भी पीछे नहीं हटेगी

ऋषिकेश :  भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में जोशीमठ में आपदा प्रभावितों के पुनर्वास, जोशीमठ के उपचार और देश-दुनिया में जोशीमठ की छवि को लेकर बनी भ्रांति को दूर करने पर भी चर्चा की गई।

जोशीमठ में जारी धरना-प्रदर्शन को भाजपा ने राजनीतिक मुद्दा बताते हुए इसे माओवादी व वामपंथी ताकतों का षडयंत्र करार दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ को राजनीतिक मुद्दा बनाकर यहां के पर्यटन और तीर्थाटन को प्रभावित करने का काम किया जा रहा है।

उन्होंने इसे सामरिक दृष्टि से भी गंभीर बताते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो सरकार ऐसी ताकतों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से भी पीछे नहीं हटेगी।

सोमवार को रायवाला में आयोजित भाजपा कार्यसमिति की बैठक के दूसरे दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कुछ लोग प्रदेश का विकास नहीं चाहते। उन्होंने पहले आलवेदर रोड के काम में रुकावट डालने का काम किया।

विकास कार्यों को प्रभावित करने का काम कर रहे

अब जोशीमठ के बहाने अन्य विकास कार्यों को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जोशीमठ पर आठ विशेषज्ञ संस्थाएं और विज्ञानी अध्ययन कर रहे हैं। इन सभी संस्थाओं की जो कंपाइल रिपोर्ट होगी, उसके अनुसार सबसे बेहतर पुनर्वास तथा आगे की नीति पर सरकार काम करेगी।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में जोशीमठ में 70 प्रतिशत जनजीवन सुरक्षित और बेहतर है। आने वाले समय में उत्तराखंड की महत्वपूर्ण चारधाम यात्रा आरंभ होने जा रही है, जोशीमठ के औली में इंटरनेशनल गेम्स होने हैं। ऐसे में दुष्प्रचार कर जोशीमठ की छवि को खराब करना उचित नहीं है।

धरना- प्रदर्शन के पीछे वामपंथी ताकतों का हाथ

इससे पहले पत्रकारों से वार्ता करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट ने जोशीमठ मामले में पार्टी का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि जोशीमठ मुद्दे को माओवादी ताकतें हवा देने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जोशीमठ के मुद्दे को लेकर पूरी तरह से गंभीर है।

आपदा प्रभावितों के विस्थापन तथा पुनर्वास को लेकर गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं, मगर विकास विरोधी सोच रखने वाले लोग स्थानीय नागरिकों को गुमराह कर जोशीमठ के पर्यटन तथा तीर्थाटन को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जोशीमठ आपदा में सरकार के प्रयास सराहनीय हैं।

बाद में उन्होंने माओवादी के स्थान पर वामपंथी ताकत शब्द का उपयोग करते हुए कहा कि ये ताकत उत्तराखंड के विकास को प्रभावित करने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इनका काम सिर्फ विरोध की राजनीति करना है।

उन्होंने चिंता जताई कि राज्य के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने भी जोशीमठ आपदा में सरकार का सहयोग करने के बजाय इसे राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक मुद्दा बनाने का काम किया, जो प्रदेश के हित में नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि जोशीमठ में सरकार के खिलाफ हो रहे धरना- प्रदर्शन के पीछे वामपंथी ताकतों का हाथ है, जिनका उत्तराखंड से कोई लेना-देना नहीं है।

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