अपर मुख्य सचिव रतूड़ी ने सीएम घोषणाओं की प्रगति जानी

बच्चों के क्रीड़ा स्थल व पार्कों को इंटिग्रेटेड करने के निर्देश
महिला छात्रावास के निर्माण के सम्बन्ध में भी ली जानकारी
देहरादून। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने महिला एवं बाल विकास विभाग को जनपदों में सुगम व सुरक्षित स्थानों पर ही महिला छात्रावासों को स्थापित करने, सभी वर्किंग वूमेन हॉस्टल में बच्चों के लिए अनिवार्यतः क्रैश बनवाने, सभी सैनेटरी नैपकिन वैण्डिंग मशीनों में पर्याप्त रिफलिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने महिला उत्पीड़न के खिलाफ विशेषकर बालकों को सेंस्टाइज (संवेदीकरण) करने को स्कूल कॉलेज में जागरूकता अभियान चलाने और इस सम्बन्ध में विभाग को गाइडलाइन्स बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी पार्कों में एक हिस्सा अनिवार्यतः बच्चों के क्रीड़ा स्थल के रूप विकसित करने और पार्कों को इंटिग्रेटेड क्रीड़ा स्थल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मुख्यमंत्री की गई घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा सचिवालय में की। शुक्रवार को बैठक में कृषि व कृषक कल्याण, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास, सैनिक कल्याण, परिवहन, नागरिक उड्डयन, तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक विकास विभाग से सम्बन्धित घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। एसीएस ने तकनीकी शिक्षा विभाग को टीएचडीसी-आईएचईटी को आईआईटी रूड़की का हिल कैम्पस बनाए जाने के सम्बन्ध में भारत सरकार को तत्काल प्रस्ताव भेजने के भी निर्देश दिए हैं।
जनपद मुख्यालयों पर कामकाजी महिला छात्रावास के निर्माण को विभाग की और से महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्रालय नई दिल्ली को वित्तीय एवं भौतिक स्वीकृति के लिये पत्र भेजा गया है। जी रैया चेली जागी रैया नौनी योजना के तहत जनपदों में 14-18 वर्ष की बालिकाओं को टीएचआर दिया जा रहा है।