उत्तराखण्ड

ऑफलाइन क्लॉस के लिए बाध्य नही कर सकते स्कूलः शिक्षा विभाग

देहरादून। एनएपीएसआर की शिकायत पर शिक्षा विभाग ने स्कूलों को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि स्कूल ऑनलाइन और
ऑफलाइन दोनो ही मोड मे शिक्षा और परीक्षा जारी रखेंगे। और किसी भी छात्र को स्कूल बुलाने के लिए बाध्य नही करेंगे। बता दें कि शनिवार सुबह ही एनएपीएसआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान की ओर से निजी स्कूलों की मनमानियों के खिलाफ एक शिकायती पत्र शिक्षा विभाग को दिया था जिसमे कहा गया था कि शासनादेश के विरुद्ध भौतिक रूप से ऑफलाइन परीक्षाओं के लिए निजी स्कूलों
की ओर से छात्रों को स्कूल बुलाया जा रहा है और ऐसा न करने पर छात्रों को फेल करने व अगली कक्षा मे प्रोन्नत करने के लिए धमकाया जा रहा है। जिसकी शिकायत विभिन्न स्कूलों के अभिभावकों की ओर से एनएपीएसआर से की गई थी, जिसका संज्ञान लेते हुए एनएपीएसआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान ने मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून को एक शिकायती पत्र मेल करके ऐसे स्कूलों के लिए नोटिस जारी करने का आग्रह किया था। आरिफ खान ने बताया कि उनकी ओर से दिये गए पत्र मे कहा गया था कि एक मार्च से सभी स्कूलों मे वार्षिक परीक्षाएं आरम्भ होने वाली हैं जिसके लिए अनेको निजी स्कूलों द्वारा कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को भौतिक रूप से भेज कर परीक्षा देने के लिए अभिभावकों पर दबाव बनाया जा रहा है, ऐसा न करने पर बच्चों को परीक्षा से वंचित करने के लिये भी धमकाया जा रहा है। जिसको लेकर अभिभावक कोरोना वैक्सीन न लगने के कारण अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर काफी परेशान हैं और स्कूल से कई बार ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए आग्रह कर चुके हैं, मगर अभिभावकों पर निरंतर ऑफलाइन परीक्षा के लिये बच्चों को स्कूल भेजने बाध्य किया जा रहा है जबकि शासनादेश 4 फरवरी 2021 के शासनादेश के अनुसार कोई भी स्कूल किसी भी छात्र को भौतिक रूप से स्कूल बुलाने के लिए बाध्य नही कर सकते। जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी की ओर से सभी स्कूलों को नोटिस जारी किया है कि किसी भी सूरत मंे छात्रों पर ऑफलाइन शिक्षा और परीक्षा का दबाव न बनायें स्कूल। जिसका स्वागत करते हुए आरिफ खान ने मुख्य शिक्षा अधिकारी का आभार व्यक्त किया है।

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