उत्तराखंड : कांग्रेस को परिवर्तन तो भाजपा को मोदी का भराेसा
नैनीताल। मतदान के बाद अब कांग्रेस के लिए सत्ता में पुनर्वापसी का सबसे बड़ा परिवर्तन ही आधार बन रहा है, जबकि भाजपा को पीएम मोदी पर भरोसा है। भाजपा के लोगों का कहना भी है कि उत्तराखंड में लोगों ने पीएम मोदी के चहेरे पर वोट किया है।
मतदान के बाद अब प्रत्याशियों ने अपना आकलन करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही जनता भी कयास लगाने लगी है। कौन प्रत्याशी कहां से जीत रहा है, किस पार्टी की सरकार बन रही है…इन सब बातों को लेकर चर्चाओं का दौर तेजी से चल रहा है। इस बार के चुनाव परिणाम कई मामलों में अहम होंगे। भाजपा की सरकार दोबार सत्ता में आती है तब भी या कांग्रेस सरकार बनाती है तब भी। आम आदमी पार्टी ने भी उत्तराखंड में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। वह दोनों पार्टियों का समीकरण बना-बिगाड़ सकती है। अलग राज्य बनने के बाद अब तक हुए चुनावों पर गौर करें तो दो बार कांग्रेस और दो बार भाजपा ने उत्तराखंड में सरकार बनाई है। इसलिए यह मिथक भी बना हुआ है कि उत्तराखंड में राजस्थान की तरह हर बार सरकार बदल जाती है। देखने वाली बात होगी कि उत्तराखंड में इस बार यह मिथक फिर कायम रहता है या नया इतिहास बनेगा। दस मार्च को वोटिंग के दिन तस्वीर पूरी तरह से साफ हो जाएगी।
इस बार का विधानसभा चुनाव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए काफी मायने रखता है। राज्य बनने के 2002 में पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सरकार बनाई थी। जबकि 2007 में भाजपा ने सरकार बनाई और 2012 के चुनाव में एक फिर सत्ता परिवर्तन हुआ और कांग्रेस के हाथ सत्ता आई। 2017 के चुनाव में मोदी लहर में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल करते हुए सरकार बनाई। यानी अब तक हुए चार विधानसभा चुनावों में सूबे की सत्ता दो बार कांग्रेस और दो बार भाजपा के पास रही है। कांग्रेस के लिए सत्ता में पुनर्वापसी का सबसे बड़ा परिवर्तन ही आधार बन रहा है, जबकि भाजपा को पीएम मोदी पर भरोसा है। भाजपा के लोगों का कहना भी है कि उत्तराखंड में लोगों ने पीएम मोदी के चहेरे पर वोट किया है।