उत्तराखंड की पहाड़ियां बर्फ की सफेद चादर से ढकीं, कृषि-बागवानी और जलस्रोतों के लिए वरदान
गोपेश्वर/यमुनोत्री । पहाड़ों में लगातार बर्फबारी जारी है। बर्फ से लकदक हुई उत्तराखंड की पहाड़ियां बेहद खूबसूरत नजर आ रही हैं। हालांकि कई क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण रास्ते बंद होने से स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन सड़कों पर फंसे हैं।
टिहरी जिले में शनिवार को दिनभर रिमझिम बारिश होने से एक बार फिर से ठंड का प्रकोप बढ़ गया। रविवार को भी यह सिलसिला जारी है, जिससे धनोल्टी, सुरकंडा देवी मंदिर, सेम-मुखेम और घुत्तू जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों हल्की बर्फबारी होने से स्थानीय लोगों को ठंड का सामना करना पड़ा।
रानीचौरी मौसम विज्ञान केंद्र के तकनीकी अधिकारी प्रकाश नेगी ने बताया कि बारिश बर्फबारी कृषि-बागवानी और जलस्रोतों के लिए वरदान साबित होगी। बारिश से गेहूं और सरसों की फसलों की ग्रोथ अच्छी होगी। बारिश से जिला मुख्यालय सहित ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम का पारा लुढ़क गया।
टिहरी में बारिश से अधिकतम तापमान 7 डिग्री और न्यूनतम 3 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं केदारनाथ में छह फीट बर्फ जमी हुई है। मद्महेश्वर व तुंगनाथ में भी हुआ हिमपात होने के साथ ही निचले इलाकों में बढ़ी ठंड गई है। उत्तरकाशी, चमोली में भी कई गांव बर्फ से ढके हुए हैं।
बर्फबारी से गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे भी शनिवार को बंद हो गया था। यहां घंटों वाहन फंसे रहे। रविवार को भी यही स्थिति देखने को मिली। लोग बर्फ खुद ही हटाते रहे। रविवार सुबह चमोली के जोशीमठ की पहाड़ियां बर्फ से लकदक नजर आई।